रात में कर्फ्यू लगाना और दिन की रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना जनमानस की समझ से परे है : वरुण गांधी
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी इस समय अपनी ही सरकार पर हमलावार हैं। आए दिन वो अपनी ही पार्टी पर सवाल उठा रहे हैं। किसान आंदोलन के बाद से मुखर हुए वरुण गांधी बीते कई दिनों से अपनी पार्टी की नीतियों पर ही सवाल उठा चुके हैं। इस बीच उन्होंने प्रदेश में लगे नाइट कर्फ्यू को लेकर सवाल उठाया है।
उन्होंने कहा कि दिन में रैलियां की जा रही हैं और रात में नाइट कर्फ्यू लगाया जा रहा है जो जनमानस की समझ से परे है। इससे पहले भाजपा सांसद ने संविदा कर्मियों की मांग को बुलंद करते हुए उनकी मानदेय को लेकर सवाल उठाया था।
सोमवार को वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि, ‘रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना, यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है। उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें इमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमीक्रोन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन’।
एमएसपी के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा था
वरुण गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर भी आवाज उठाया था। उन्होंने कई बार कहा कि किसानों की मांगों को मान लेना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने एमएसपी को लेकर भी अपनी राय रखी थी। साथ ही इसको लेकर किसानों का समर्थन किया था। दरअसल, बीते कुछ दिनों से वो लगातार अपनी पार्टी पर हमले बोल रहे हैं।
संविदाकर्मियों के मानदेय पर बुलंद की आवाज
इससे पहले वरुण गांधी ने संविदाकर्मियों के मानदेय को लेकर आवाज बुलंद की थी। उन्होंने कहा था कि संविदा कर्मी भी दूसरे सरकारी कर्मचारियों की तरह समान मानदेय के साथ समान सम्मान के भी हकदार हैं। नियमितीकरण और सम्मान की इस लड़ाई में मैं इनके साथ अंत तक खड़ा रहूंगा।