समाजवाद के मुलायम युग का अंत, जानिए उनका राजनीतिक सफर
खबरीलाल डेस्क
लखनऊ। सपा संस्थापक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का गुरुग्राम में निधन हो गया। लंबे समय से मेदांता में उपचार के बाद सोमवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शोक जताया है। अंतिम संस्कार उनके गृहनगर सैफई में होगा।
श्री मुलायम सिंह यादव का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। साधारण परिवेश से आए मुलायम सिंह यादव जी की उपलब्धियां असाधारण थीं। ‘धरती पुत्र’ मुलायम जी जमीन से जुड़े दिग्गज नेता थे। उनका सम्मान सभी दलों के लोग करते थे। उनके परिवार-जन व समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदनाएं!
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 10, 2022
Shri Mulayam Singh Yadav Ji was a remarkable personality. He was widely admired as a humble and grounded leader who was sensitive to people’s problems. He served people diligently and devoted his life towards popularising the ideals of Loknayak JP and Dr. Lohia. pic.twitter.com/kFtDHP40q9
— Narendra Modi (@narendramodi) October 10, 2022
श्री मुलायम सिंह यादव जी ज़मीन से जुड़े एक ऐसे नेता थे जिन्होंने कई दशकों तक उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक प्रमुख भूमिका निभाई। अपने लम्बे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने अनेक पदों पर काम किया और देश, समाज एवं प्रदेश के विकास में अपना योगदान दिया। उनका निधन बेहद पीड़ादायक है।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 10, 2022
जानिए उनका राजनीतिक सफर
1967: उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य चुने गए।
1977: पहली बार उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री बने।
1980: लोक दल के अध्यक्ष बने।
1982 से 1985: उत्तर प्रदेश विधान परिषद में विपक्ष के नेता के रूप में पद संभाला।
1989: पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
1990: चंद्रशेखर की पार्टी जनता दल (समाजवादी) में शामिल हुए।
1992: समाजवादी पार्टी (सोशलिस्ट) की स्थापना की।
1993: दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
1996: मैनपुरी क्षेत्र से 11 वीं लोकसभा के सद्स्य चुने गए थे।
1999: संयुक्त मोर्चा गठबंधन सरकार के अंतर्गत भारत के रक्षा मंत्री बने।
1999: दो लोकसभा सीटों – संभल, कन्नौज से चुनाव लड़ा और दोनों ही सीटें जीतीं।
2003: तीसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
2004: 1,83,899 वोटों के अंतर से गन्नौर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी, जो अब तक की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड माना जाता है।
2004: मैनपुरी क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीता।
2014: 16 वीं लोकसभा चुनाव के दौरान दो सीटों आज़मगढ़, मैनपुरी से चुना लड़ा और दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज की।
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 22 नवंबर 1939
जन्मस्थान सैफई, जिला इटावा, उत्तर प्रदेश
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर सैफई, जिला इटावा, उत्तर प्रदेश
कॉलेज/महाविद्यालय/विश्वविद्यालय के.के. कॉलेज, इटावा, उत्तर प्रदेश
ए.के. कॉलेज, शिकोहाबाद, उत्तर प्रदेश
बी.आर. कॉलेज, आगरा विश्वविद्यालय, आगरा, उत्तर प्रदेश
शैक्षिक योग्यता बीए, राजनीति शास्त्र (दूरस्थ शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से)
एमए, राजनीति शास्त्र (गुजरात विश्वविद्यालय से)
पता पोस्ट-सैफई, जिला इटावा 26001, उत्तर प्रदेश
शौक/अभिरुचि कुश्ती करना, पुस्तकें पढ़ना, संगीत सुनना, लोक-नृत्य देखना