सीएम योगी ने छोटे उद्यमियों को दिया 16 हजार करोड़ का ऋण, कहा-परिवार के एक सदस्य को नौकरी और स्वत: रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को वृहद ऋण मेला के अंतर्गत 1.90 लाख हस्तशिल्पियों, कारीगरों एवं छोटे उद्यमियों को 16 हजार करोड़ का ऋण वितरण तथा वर्ष 2022-23 की 2.35 लाख करोड़ की वार्षिक ऋण योजना का शुभारम्भ किया। इस मौके पर मुख्मयंत्री ने कहा कि, कोरोना कालखंड में लोन मेला आयोजित करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य था।
पूरे देश के लिए उत्तर प्रदेश एक मिसाल बना है। साथ ही कहा कि प्रदेश सरकार छोटे उद्यमियों की मदद के साथ जल्दी ही एक ऐसी योजना लेकर आ रहे हैं जिसमें हर परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी, रोजगार या स्वत: रोजगार से जोड़ा जाएगा। यूपी सरकार के प्रोत्साहन व बैंकों के सकारात्मक सहयोग से आज उत्तर प्रदेश के युवाओं को उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप रोजगार मिला।
बेरोजगारी दर को 18% से कम करते हुए 3% से भी नीचे लाने में हमें सफलता प्राप्त हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थाओं के लिए अनिवार्य होना चाहिए कि वे केंद्र और की प्रत्येक योजनाओं के साथ जुड़ें जो लोककल्याण के लिए हैं, जो रोजगार के लिए हैं, जो स्वावलंबन के लिए बनी हैं।
साथ ही कहा कि एक जनपद एक उत्पाद की घोषणा की जिसने निर्यात में बड़ी भूमिका निभाई। ऐसे निर्णयों के कारण आज यूपी निर्यात हब के रूप में विकसित हो रहा है। जहां 2016 तक यूपी का निर्यात 80 हजार करोड़ रुपये का था वो अब एक लाख 56 हजार करोड़ वार्षिक का हो चुका है। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन हुआ। इससे प्रदेश की बेरोजगारी दर तीन प्रतिशत से भी नीचे लाने में सफलता प्राप्त हुई।